दीप तुम अब भी ऐसे हो? आज दिवाली है, कहो कैसे हो? चमचमाती, इठलाती, बलखाती, बिजली के बल इतराती, विद्युत लड़ियों ने शांत एकांत, टिमटिमाते मिट्टी के दीए से उसका हाल पूछा। हाल तो क्या पूछना था, ऐसा लगा जैसे एल ई डी लाइट ने लालटेन को मुंह विराया हो। …
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